नवरात्र में जब कुछ न कर सकें तो क्या करें ❓
"दुर्गा दुर्गा दुर्गा" बोलें
मुण्डमालातन्त्र के अनुसार -
दुर्गा दुर्गेति दुर्गेति दुर्गानाम परं मनुम् ।
यो जपेत् सततं चण्डि ! जीवन्मुक्तः स मानवः ॥
दुर्गा, दुर्गा, दुर्गा - यह दुर्गा नाम श्रेष्ठ मंत्र है। हे चण्डी! जो मानव सर्वदा इस मंत्र की भजना करता है, वह मानव जीवन्मुक्त है।
महोत्पाते महारोगे महाविपदि सङ्कटे ।
महादुःखे महाशोके महाभयससुत्थिते ।
महाउत्पात में, महारोग में, महाविपत्ति में, संकट में, महादुःख में, महाशोक में, महाभय के उपस्थित होने पर
यः स्मरेत् सततं दुर्गां जपेत् यः परमं मनुम् ।
स जीवलोको देवेशि ! नीलकण्ठत्वमवाप्नुयात् ॥
जो सदा दुर्गा का स्मरण करता है, जो दुर्गा के श्रेष्ठ मंत्र का जप करता है, हे देविशि! जीवलोक में वह नीलकंठत्व का लाभ करता है।
अगर आपके पास जपमाला नहीं है तो नवरात्र से पहले ही आप भी अपने लिए जप की एक माला लेकर आएं, वैसे तो माला जागृत करने की एक विशेष विधि होती है फिर भी अपने घर के पार किसी सिद्ध शिव मंदिर में जाएं, जहां प्रतिष्ठित और जागृत शिवलिंग हों, वहां महादेव को माला चढ़ाकर उनसे प्रार्थना करना कि वे आपकी माला में किए जप का शुभ फल आपको मिलने का आशीर्वाद दें।
आप माला को गुरु के हाथों से स्पर्श कराकर भी , निश्चित होकर जागृत मान कर ही जप कर सकते हैं।
~Medical-Astrology~
चिकित्सीय_ज्योतिष
चिकित्सीय ज्योतिष के विषय मे बात करती हूँ तो अक्सर लोग हैरान हो जाते हैं कि कैसे बिना जांच के पूर्व में हुए/वर्तमान के/या भविष्य में होने वालें रोगों के विषय मे बिना जाँच के सटीक जानकारी सिर्फ जातक की कुंडली से निकल आती है।
श्रीकृष्ण की लीलास्थली ब्रजभूमि में स्थित 84 कोस परिक्रमा मार्ग का
अत्यंत धार्मिक महत्व है।
यह पवित्र परिक्रमा गोवर्धन, मथुरा, वृंदावन सहित ब्रज क्षेत्र के प्रमुख
तीर्थ स्थलों को जोड़ती है। भक्तजन इस मार्ग पर चलते हुए प्रभु श्रीकृष्ण
के दिव्य चरणों का स्मरण करते हैं और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
4-घर में कुलदेवी/देवता के नाम से खीर/हलवा जोभी आपके यहां चले उसका भोग लगाना और उनके नाम से दिया लगाना।
Читать полностью…2-घर के मुख्य द्वार पर आम की बंदनवार लगाना और गाय का न तो गोबर मिलता है न टाइल्स पर उसका प्रयोग ही संभव है तो गंगाजल छिड़क कर रंगोली बनाना।
+++
तो आज वर्ष में केवल एक बार करने वाले होली के प्रयोग पर बात करते हैं।
नारियल, सुपारी, पान के पत्ते, काले तिल, अलसी का तेल, बताशा, लौंग, मौली धागा की व्यवस्था रखें।
जलती होली की परिक्रमा करके पान, सुपारी, कपूर, घी में डूबा बताशा/लौंग, मौली लिपटा नारियल लेकर होलिका की
सात परिक्रमा करें और नरसिंह भगवान से अपने कष्टों के निवारण की प्रार्थना करके जलती होलिका में डाल दें। साथ ही काले तिल भी समर्पित करें।
राहु के दुष्प्रभावों के उपाय का समय है होली, जम कर ढोलक मंजीरे व अन्य वाद्य यंत्रों का प्रयोग कर फ़ाग/फगुआ/गीत संगीत का आनंद लें।
संकटनाशन गणपति स्तोत्रम्📌
इस स्तोत्र का नाम ऐसे ही संकटनाशन स्तोत्र नहीं है, इसका नित्य पाठ और इस स्तोत्र में दिए गए गणपति के बारह नाम वास्तव में बहुत प्रभावशाली हैं और नित्य पाठ संकट की स्थिति में व्यक्ति के बुद्धिबल को बढ़ाकर उसे संकट से निकालने का रास्ता दिखाता है।
सर्वभूतात्मभूतात्मा कुर्वन्नपि न लिप्यते।
जो व्यक्ति सभी प्राणियों के आत्मा में आत्मा के रूप में निवास करता है, वह किसी भी कार्य को करते हुए भी उससे बंधन में नहीं बँधता।
हरे कृष्ण 🙏
💡𝐓𝐨𝐩 𝐂𝐡𝐚𝐧𝐧𝐞𝐥𝐬 𝐎𝐧 𝐓𝐞𝐥𝐞𝐠𝐫𝐚𝐦💡
✿══════ ۞ 💎 ۞ ══════✿
➕ ADD MY CHANNEL ➕
👇👇👇JOIN US ! 👇👇👇
/channel/addlist/gBsHhy9QAuwxZmNl
/channel/addlist/gBsHhy9QAuwxZmNl
/channel/addlist/gBsHhy9QAuwxZmNl
/channel/addlist/gBsHhy9QAuwxZmNl
/channel/addlist/gBsHhy9QAuwxZmNl
➕ ADD MY CHANNEL ➕
🚦𝐅𝐨𝐥𝐥𝐨𝐰 𝐫𝐮𝐥𝐞𝐬🚦
🗣️𝐃𝐨𝐧'𝐭❌ 𝐃𝐞𝐥𝐞𝐭e 𝐎𝐫 𝐄𝐝𝐢𝐭 𝐓𝐡𝐞 𝐋𝐢𝐬𝐭, 𝐋𝐢𝐬𝐭 𝐖𝐢𝐥𝐥 𝐁𝐞 𝐃𝐞𝐥𝐞𝐭𝐞 𝐀𝐮𝐭𝐨𝐦𝐚𝐭𝐢𝐜𝐚𝐥𝐥🤖.
✿══════ ۞ 💎 ۞ ══════✿
भगवान गणेश के 12 पवित्र नाम और उनका महत्व ??
भगवान गणेश के 12 नामों का जाप करने से विघ्नों का नाश होता है और जीवन में सफलता मिलती है। इन नामों का उल्लेख विभिन्न शास्त्रों में किया गया है।
🚩 श्री गणेश द्वादशनाम स्तोत्र 🚩
1️⃣ सुमुखः – सुंदर मुख वाले
2️⃣ एकदंतः – एक ही दांत वाले (श्री गणेश ने परशुराम जी के वार से अपना एक दांत खो दिया था)
3️⃣ कपिलः – गहरे रंग के (सिंदूरी रंग के)
4️⃣ गजकर्णकः – हाथी जैसे बड़े कान वाले
5️⃣ लम्बोदरः – बड़ा पेट रखने वाले (जो समृद्धि और ज्ञान का प्रतीक है)
6️⃣ विकटः – भय उत्पन्न करने वाले रूप में (राक्षसों के लिए)
7️⃣ विघ्ननाशनः – सभी विघ्नों को हरने वाले
8️⃣ धूम्रवर्णः – धुएं के रंग के (जो हर रूप में प्रकट हो सकते हैं)
9️⃣ भालचन्द्रः – मस्तक पर चंद्रमा धारण करने वाले
🔟 विनायकः – सभी दिशाओं के स्वामी
1️⃣1️⃣ गणपति: – समस्त गणों के नायक
1️⃣2️⃣ गजाननः – हाथी के समान मुख वाले
📿 लाभ और महत्व:
✅ सुबह-सुबह इन 12 नामों का जाप करने से सभी कष्ट दूर होते हैं।
✅ परीक्षा, नौकरी, बिजनेस या किसी भी कार्य में सफलता के लिए...
काल हर
कष्ट हर
दुख हर
दरिद्र हर
सर्व रोग हर
हर हर महादेव 🙌
💡𝐓𝐨𝐩 𝐂𝐡𝐚𝐧𝐧𝐞𝐥𝐬 𝐎𝐧 𝐓𝐞𝐥𝐞𝐠𝐫𝐚𝐦💡
✿══════ ۞ 💎 ۞ ══════✿
➕ ADD MY CHANNEL ➕
👇👇👇JOIN US ! 👇👇👇
/channel/addlist/gBsHhy9QAuwxZmNl
/channel/addlist/gBsHhy9QAuwxZmNl
/channel/addlist/gBsHhy9QAuwxZmNl
/channel/addlist/gBsHhy9QAuwxZmNl
/channel/addlist/gBsHhy9QAuwxZmNl
➕ ADD MY CHANNEL ➕
🚦𝐅𝐨𝐥𝐥𝐨𝐰 𝐫𝐮𝐥𝐞𝐬🚦
🗣️𝐃𝐨𝐧'𝐭❌ 𝐃𝐞𝐥𝐞𝐭e 𝐎𝐫 𝐄𝐝𝐢𝐭 𝐓𝐡𝐞 𝐋𝐢𝐬𝐭, 𝐋𝐢𝐬𝐭 𝐖𝐢𝐥𝐥 𝐁𝐞 𝐃𝐞𝐥𝐞𝐭𝐞 𝐀𝐮𝐭𝐨𝐦𝐚𝐭𝐢𝐜𝐚𝐥𝐥🤖.
✿══════ ۞ 💎 ۞ ══════✿
सफलता के लिए सात दिन जरूर लगाएं ये अलग-अलग तिलक🧵
यह कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति को भी प्रभावित करता है। यह ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकता है और उनका आशीर्वाद प्राप्त करवा सकता है
🔴Astrology&Remedies🔴
शनिवार - अमावस्या - कल
महादेव के मंदिर में हर ग्रह और समस्या का उपचार हो जाता है तो अगर शनि ग्रह का उपाय करना है तो बैंगनी मंदार फूलों से शिवलिंग पर "शिवाय नमः" या शनि मंत्र से अर्चन करें।
पीपल, आक/मंदार या पान के पत्ते पर राम नाम लिख कर, उन पत्तों की कलावे से बांध कर माला बनाएं।
मंदिर में तिल/सरसों के तेल का एक बड़ा दीपक जलाएं।
काले चने और हलवे का प्रसाद चढ़ाएं।
शनि मंगल की युति अगर कुंडली में है तो उड़द दाल की बनी बड़ी बूंदी/रसभरी का भोग लगाएं।
साढ़े साती, ढय्या का बहुत डर भर गया है लोगों में, तो कुंभ, मीन और मेष राशि वाले लोग 108 उड़द दाल के "बढ़े" बनाकर महादेव/हनुमान जी या शनि मंदिर में चढ़ाएं....और प्रसाद में बंटवा दें।
सुंदरकांड, हनुमान चालीसा और राम रक्षा स्तोत्र का नित्य यथाशक्ति नियम बना लें।
भावना शुद्ध होनी चाहिए बाबा तो फूल, पत्ती और राम भजन से ही प्रसन्न हो जाते हैं तो हनुमान मंदिर, बाबा के सामने ताली बजाकर, भावविभोर होकर राम नाम भजन करिये।
सुन्दरकाण्ड
सुन्दरकाण्ड अगर पढ़ने का समय न मिले तो इसे सुनें, क्योंकि तुलसीदास जी ने स्वयं लिखा है कि
सकल सुमंगल दायक रघुनायक गुन गान।
सादर सुनहिं ते तरहिं भव सिंधु बिना जलजान।।
श्री रघुनाथजी का गुणगान संपूर्ण सुंदर मंगलों का देने वाला है। जो इसे आदर सहित सुनेंगे, वे बिना किसी जहाज (अन्य साधन) के ही भवसागर को तर जाएँगे।
अगर पढ़ने में दिक्कत हो तो सुन्दरकाण्ड को सुनिए, इस सुन्दर रचना को सुनने का फल भी अद्भुत है।
बस इतना ध्यान रहे कि जब सुनना है तो अपने आप को बस सुन्दरकाण्ड सुनने में ही लगाना है ऐसा नहीं कि बाकी काम लेकर आप मल्टी टास्कर बने हुए हैं या फोन चला रहे हैं, भावपूर्ण समर्पण के साथ सुने।
कोशिश करें कि सुनते समय मंदिर में ही आसान लगा कर बैठें।
जय श्रीराम, जय जय हनुमान 🚩
ऋणमोचन नृसिंह स्तोत्र
अंगारक चतुर्थी है आज📌
इस स्तोत्र का पाठ सभी प्रकार के ऋण बंधन को समाप्त करने वाला कहा जाता है।
3- शिव मंदिर में संध्या में अलसी के तेल के दिए लगाना।
+++
होली के उपाय
पूजा और उपाय की रात्रि तो कल है फाल्गुन पूर्णिमा की रात को दारूणा के ना से जाना जाता है।
कल ही होलिका दहन भी होगा।
होली के इस दिन के कुछ उपाय लगभग हर गृहस्थ को करने चाहिए।
1-हनुमान पूजा और हनुमान जी को रोट का भोग लगाना।
+++
राहु माया है और माया से केवल ज्ञान बचाता है
पूर्णिमा/रंग के दिन द्वार पर चौक/रंगोली बनाकर फूलों से सजाइये।
पूर्णिमा की शाम को अलसी के तेल से पांच मिट्टी के दिये जलाकर शिव मंदिर में रखके आइये।
🔴Holi Remedies🔴
होलिका की अग्नि में गेहूं, जौं या चने के होले/ दाने भून कर जरूर खाना चाहिए।
"होलिकाङ्गारपक्वान्नं यो भक्षयति तद्द्दिने ।
यावत्संवत्सरं पूर्ण क्लेशभाक् न भवेद्धि सः।।"
होलिका के अग्नि में पके हुए अन्न को उस दिन जो व्यक्ति भक्षण करता है वह संवत्सरपर्यंत दुःख का भागी नहीं होता है।
संवत्सर का अर्थ सनातन संस्कृति का एक वर्ष है। ये भुना अन्न आपको वर्षभर अनेकों कष्टों से बचाता है।
Sharing some vastu tips for make better your home and life 🧵
Читать полностью…नारद पुराण में वर्णित📌
महर्षि व्यास जी के पुत्र शुकदेव मुनि कृत सुन्दर विष्णु स्तुति
श्री लक्ष्मीनृसिंह स्वामी नामावली
अर्चन और जप के लिए इस अष्टोत्तरशत नामावली को सेव कर लें📌
🔴ज्योतिष और आयुर्वेद🔴
जन्मान्तरकृतं पापं व्याधि रूपेण बाधते ।
तच्छान्तिरौषधैर्दानैर्जपहमसुरार्चनैः।।
पूर्व जन्म में किया हुआ पाप प्राणियों को रोग के रूप में पीड़ा देता है! उसकी शांति औषधि, दान, जप, हवन तथा देवार्चन से होती है!
"जपहोमादि भेषजम्"
अर्थात ये जप, हवन देवार्चन आदि भी रोगों की औषधि हैं यह आयुर्वेद की मान्यता है।
जिसने कभी विपत्तियां नहीं देखी...,*
*उसे अपनी ताकत का कभी अहसास नहीं होगा !!!*
*जय श्री महाकाल* 🌹🙏
जब क्रूर और अनैतिक शक्तियाँ सत्य एवं धर्म का समूल नाश करने के लिए आक्रमण कर रही हों, तो नैतिकता अर्थहीन हो जाती है पितामह .... ! तब महत्वपूर्ण होती है धर्म की विजय , केवल धर्म की विजय
Читать полностью…