पेंसिल से जब हम पेन की दुनिया मे आते हैं तो एक नियम काग़ज़ के साथ साथ जिंदगी मैं भी शुरू हो जाता है कि अब से होने वाली गलतियों को मिटाया नहीं जा सकेगा !
सूप्रभात
जीवन दूरी के बारे में नहीं है, यह दिशा के बारे में है।
Читать полностью…आप जिस काम में कुशल हैं उसी में मन लगाए रहें
Читать полностью…ख्वाहिशें चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो उसे पूरा करने के लिए दिल हमेशा जिद्दी होना चाहिए..!!
Читать полностью…हार को भी सहना सीखिए क्योंकि
हर रास्ते पर जीत नहीं लिखी होती...!!
क्या होता है फ्लैट हेड सिंड्रोम❓
नवजात बच्चों में कई बार देखा जाता है कि उनके सिर का आकार गोल न होकर दाएं या बाई तरफ चपटा जैसा हो जाता है।
इसे flat head syndrome के नाम से जाना जाता है। नवजात बच्चों जब एक ही तरफ लगातार रहता है तो उनका सिर चपटा हो जाता है।
पुराने समय से बच्चों के सिर के आकार को गोल रखने के लिए सरसों के बीजों को साफ करके उनका एक तकिया बनाया जाता है, जिसे थोड़ा सा ढीला रख कर दिल दिया जाता है।
गोल और नर्म सरसों के बीज का ये तकिया बच्चों के सर को यथावत रखने में बहुत सहायक होता है और उनके सिर के आकार को सुंदर बनाता है।
ध्यान रखें कि तकिए पर पानी या दूध न गिरे।
तकिए के ऊपर नर्म सूती कपड़े का कवर प्रयोग करना चाहिए ताकि उसे लगातार साफ किया जा सके।
1. महादेव - देवों के देव।
2. शंकर - कल्याण करने वाले।
3. भोलेनाथ - सरल और कृपालु।
4. नीलकंठ - जिनका कंठ विष के कारण नीला है।
5. त्रिनेत्र - तीन नेत्र वाले।
6. पशुपति - सभी प्राणियों के स्वामी।
7. गंगाधर - जिनके जटाओं में गंगा विराजमान हैं।
8. अर्धनारीश्वर - आधे नर और आधे नारी के स्वरूप में।
9. रुद्र - क्रोध और विनाश के देवता।
10. चंद्रशेखर - मस्तक पर चंद्रमा धारण करने वाले।
11. विरुपाक्ष - अनोखे नेत्रों वाले।
12. काल भैरव - समय और विनाश के रक्षक।
13. ओंकारेश्वर - ओंकार रूपी भगवान।
14. महाकाल - समय के स्वामी।
15. कैलाशपति - कैलाश पर्वत के स्वामी।
16. नटराज - नृत्य के अधिपति।
17. त्रिपुरारी - त्रिपुरासुर के विनाशक।
18. हर - दुख और पाप हरने वाले।
19. शिवशंभु - कल्याणकारी और आनंद स्वरूप।
20. सदाशिव - सदा शुभ देने वाले।ल
आप जितने निश्छल
जितने निष्कपट होंगें ईश्वर के उतने ही निकट होंगे।
~ प्रह्लाद पाठक
कुंभ विशेष🚩
काल और स्थल विशेष पर गंगा स्नान की महिमा
औलाद को नए जूते और कपड़ों में देखकर खुद पुराने जूते और कपड़े पहनकर, मुस्कुराने वाली हस्ती को पिता कहते हैं।
Читать полностью…एक औसत व्यक्ति में छिपी संभावनाएँ किसी अनजान महासागर, किसी अनदेखे महाद्वीप जैसी होती हैं। संभावनाओं से भरपूर एक ऐसी दुनिया जिसे बस आज़ादी और किसी सही दिशा का इंतज़ार है।
Читать полностью…सूरज की तरह चमकना चाहते हो,
तो पहले सूरज की तरह जलो
सभी समस्याओं का एक मात्र समाधान है "श्री रामरक्षा स्तोत्र" का नित्य पाठ
जय श्रीराम🚩
अंदर के महासमर को जीते बिना,
बाहर का समर नहीं जीता जा सकता।
वक्त जैसे बनो,
जो कदर ना करे उसे दुबारा मत मिलो...!
इस पूरे ब्रम्हाण्ड में ना मणिकर्णिका जैसा तीर्थ है, ना काशी जैसी नगरी है और ना विश्वनाथ जैसा दूसरा कोई दिव्य लिंग है।
Читать полностью…कुछ चोटों के निशान समय के साथ मिटते नहीं बल्कि और गहरे होते हैं।
Читать полностью…हिन्दू सनातन धर्म के नौ शुभ प्रतीक :- ऊँ , स्वस्तिक, कमल, त्रिशूल, नमस्ते, शंख, कलश, मछली और दीपक।
Читать полностью…जिसके लिए सपने छोड़ दिए, उसने हमें ही छोड़ दिया। विश्वास तोड़ने वाले रिश्ते नहीं, ज़िंदगी बर्बाद कर देते हैं।
Читать полностью…उस ज्ञान का कोई लाभ नहीं
जिसे आप काम में नहीं लेते..!!
काम करो ऐसा कि एक पहचान बन जाए,
हर कदम ऐसा चलो कि निशान बन जाए,
यहां जिंदगी तो हर कोई काट लेता है,
जिंदगी जियो इस कदर कि मिसाल बन जाए
सुनो माधव..
तुमसे प्रेम करना कब,
कैसे प्रारंभ किया? ज्ञात नहीं
केवल इतना ज्ञात रहेगा
प्रेम का कभी अंत नहीं होगा
सदियों तक जीवित रखा जाएगा
राधे कृष्ण 🥰❤️
जिंदा रहना है तो जिंदगी से लड़ो,
आसमां से रोटियाँ नहीं आएगी !
पूरी दुनिया को खफा रहने दो,
अगर मां-बाप खुश हैं तो सिकंदर हो तुम..
आप कितने सफल हैं यह आपके विचारों पर निर्भर करता है।
Читать полностью…श्री रामरक्षास्तोत्र
जगज्जेत्रैकमन्त्रेण रामनाम्नाभिरक्षितम् ।
य: कण्ठे धारयेत्तस्य करस्था: सर्वसिद्द्दय:॥
जो संसार पर विजय करने वाले मंत्र राम-नाम से सुरक्षित इस स्तोत्र को कंठस्थ कर लेता हैं, उसे सम्पूर्ण सिद्धियाँ प्राप्त हो जाती हैं |
ये ज़िन्दगी है,
उलझेगी नहीं तो सुलझेगी कैसे
बिखरेगी नहीं तो निखरेगी कैसे !